सवाई सिंह जी धमोरा साहब से एक मुलाकात ।
क्षात्र धर्म कि पाठशाला व भुस्वामी आन्दोलन के मुख्य वक्ता जिन्हें साथी भाषण भानु(सूर्य) कहते थे ।
संघ शक्ति के पुराने सभी लेखों में आदरणीय सवाई सिंह जी धमोरा साहब के लेख भाषण भानु (सूर्य) के नाम से निकलते थे ।
भुस्वामी आन्दोलन में सबसे लम्बे समय तक जेल में रहने वाले और क्षत्रिय युवक संघ के व्योवृद्ध स्वयं सेवक, लेखक सवाई सिंह जी धमोरा साहब से मिलने का कल सौभाग्य मिला एक विशेष बात कि उनकी Library देखने का भी सौभाग्य मिला ।।
सवाई सिंह जी धमोरा साहब कि उम्र अभी 90 के लगभग है लेकिन उनकी स्मृति इतनी तेज है आज भी कि उन्हें हर एक बात के तथ्य नाम सहीत और काल समय सहित याद है, अभी आपका स्वास्थ्य ठिक नही है फिर भी आपने हमें क्षात्र धर्म के कठोर नियम पालन करने का मार्गदर्शन दिया ।।
सवाई सिंह जी धमोरा साहब का कहना था आदमी अपनी औकाल भुल रहा है आज, व्यक्ति समाज से बङा नही होता यह बात समझ नही पा रहे सब, इसीलिए सब कबाङा हो रहा है ।
पढ़ लिख जाने से या पैसा कमाने से आदमी बङा नही बनता आदमी सदैव समाज से छोटा होता है यह बात पहले के राजपूतों में थी अब नही है ।
स्मृति से.....
क्षात्र धर्म कि पाठशाला व भुस्वामी आन्दोलन के मुख्य वक्ता जिन्हें साथी भाषण भानु(सूर्य) कहते थे ।
संघ शक्ति के पुराने सभी लेखों में आदरणीय सवाई सिंह जी धमोरा साहब के लेख भाषण भानु (सूर्य) के नाम से निकलते थे ।
भुस्वामी आन्दोलन में सबसे लम्बे समय तक जेल में रहने वाले और क्षत्रिय युवक संघ के व्योवृद्ध स्वयं सेवक, लेखक सवाई सिंह जी धमोरा साहब से मिलने का कल सौभाग्य मिला एक विशेष बात कि उनकी Library देखने का भी सौभाग्य मिला ।।
सवाई सिंह जी धमोरा साहब कि उम्र अभी 90 के लगभग है लेकिन उनकी स्मृति इतनी तेज है आज भी कि उन्हें हर एक बात के तथ्य नाम सहीत और काल समय सहित याद है, अभी आपका स्वास्थ्य ठिक नही है फिर भी आपने हमें क्षात्र धर्म के कठोर नियम पालन करने का मार्गदर्शन दिया ।।
सवाई सिंह जी धमोरा साहब का कहना था आदमी अपनी औकाल भुल रहा है आज, व्यक्ति समाज से बङा नही होता यह बात समझ नही पा रहे सब, इसीलिए सब कबाङा हो रहा है ।
पढ़ लिख जाने से या पैसा कमाने से आदमी बङा नही बनता आदमी सदैव समाज से छोटा होता है यह बात पहले के राजपूतों में थी अब नही है ।
स्मृति से.....
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