सामंत गौरव - "कुटेंद्र कंवर राठौड़"
चयन (पोस्ट) - RAS
2016- 279th Rank
सामंत टीम - आपका परिचय ?
कुटेंद्र राठौड़ - कुटेंद्र राठौड़ D/O श्री रामू सिंह राठौड़
गांव - किरताण, जिला- चुरु (राज.)
कुटेंद्र राठौड़ - कुटेंद्र राठौड़ D/O श्री रामू सिंह राठौड़
गांव - किरताण, जिला- चुरु (राज.)
सामंत टीम - आपकी शिक्षा ?
कुटेंद्र राठौड़ - 10th- 84.17%, 12th-86%
B.A.- 64%, M.A.- 60%
कुटेंद्र राठौड़ - 10th- 84.17%, 12th-86%
B.A.- 64%, M.A.- 60%
सामंत टीम - पूर्व में चयन ?
कुटेंद्र राठौड़ - पटवारी (2011),
KVS PRT (2012),
Primary Teacher (2012),
College Lecture (2016) History.
कुटेंद्र राठौड़ - पटवारी (2011),
KVS PRT (2012),
Primary Teacher (2012),
College Lecture (2016) History.
सामंत टीम - इस परीक्षा कि तैयारी की तरफ आपका आकर्षण क्यों हुआ ? कोई विशेष कारण या Turning Point ?
कुटेंद्र राठौड़ - शुरू से ही पापा व गुरुजनों द्वारा RAS बनने के लिए प्रेरित किया गया। जब पटवारी ट्रेनिंग (गजसिंहपुर) के दौरान PTS में RAS अधिकारियों के प्रायः दौरे होते थे तब RAS के बारे में ओर अधिक आकर्षण पैदा हुआ। इसी दौरान सुरतगढ के श्री प्रवीण जी भाटिया जो भाटिया आश्रम नाम से निशुल्क कोचिंग चलाते है, उनसे मिलने का मौका मिला और मैनें RAS बनने की ठान ली ।
भाटिया जी से मुलाकात मेरा Turning Point था। 2012 से 2017 तक लगातार सर से सम्पर्क रहा और वो मुझे 'You Can Do It's फील कराते रहे ।
भाटिया जी से मुलाकात मेरा Turning Point था। 2012 से 2017 तक लगातार सर से सम्पर्क रहा और वो मुझे 'You Can Do It's फील कराते रहे ।
सामंत टीम - तैयारी आरम्भ करने के बाद अब तक का सफर कैसा रहा ?
कुटेंद्र राठौड़ - सफर काफी उतार चढाव वाला रहा । 2012 में मैनें पहली बार RAS Exam दिया और तीनों चरणो को पार करतें हुए 1127th रैंक प्राप्त की । 2013 में Mains नहीं हुआ तो एक बार कुछ समय के लिए निराशा जरूर हुई किन्तु बहुत जल्द ही खुद को RAS-2016 के लिए दृढ़ संकल्पित किया । इस दौरान कुछ लोगों ने निराश करने कि कोशिश भी की । ये Field छोड़ने तक का सुझाव दिया किन्तु भाटिया जी सर से मिली तो निराशा दुर हो गई ।
सामंत टीम - आपकी इस सफलता में कौनसे पहलु नींव के पत्थर साबित हुए ? किनका योगदान विशेष रहा ?
कुटेंद्र राठौड़ - माता-पिता, गुरूदेव - प्रवीण जी भाटिया, रवींद्र पूनियां, श्रवण कुमार महर्षि, ओमप्रकाश जी तंवर (व्याख्याता) । इसके अलावा- मेरा दृढ़ संकल्प ।
भाटिया आश्रम सुरतगढ का मेरी सफलता में विशेष योगदान रहा । मेरी दोस्त कौशल्या जांगिड़ (जो मेरे साथ रहकर तैयारी कर रही थी RAS-2016 में 463th Rank) जिसने हमेशा मुझे लक्ष्य के प्रति सकारात्मक बनाये रखा ।
भाटिया आश्रम सुरतगढ का मेरी सफलता में विशेष योगदान रहा । मेरी दोस्त कौशल्या जांगिड़ (जो मेरे साथ रहकर तैयारी कर रही थी RAS-2016 में 463th Rank) जिसने हमेशा मुझे लक्ष्य के प्रति सकारात्मक बनाये रखा ।
सामंत टीम - कितने घंटे पढते थे ? आपके अनुसार एक सामान्य विधार्थी को इस परीक्षा में सफल होने के लिए कितने समय कि पढाई दैनिक रुप से अवश्य करनी चाहिए ?
कुटेंद्र राठौड़- 10-12 घंटे ।
कुटेंद्र राठौड़- 10-12 घंटे ।
सामंत टीम - मेहनत और भाग्य पर विचार ?
कुटेंद्र राठौड़ - हम चाहे तो अपने आत्मविश्वास और मेहनत के बल पर अपना खुद लिख सकते हैं । और भाग्य,जब हमें अपना भाग्य लिखना नहीं आता तब परिस्थितियां हमारा भाग्य लिख देती है। इसलिए जो भाग्य में लिखा है, उसे पाने के लिए कड़ी मेहनत आवश्यक है । हाथ पर हाथ रखकर बैठने से भाग्य नहीं बदलने वाला ।
सामंत टीम- आप युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत है इसलिए समाज व राष्ट्र के छोटे भाई बहनों को आपका संदेश ?
कुटेंद्र राठौड़ - युवाओं से मैं कहना चाहुंगी की दुनिया में असंभव कुछ भी नहीं है । हम वो सब कर सकते है जो हम सोच सकते है और हम वो सब सोच सकते है जो हमनें आज तक नहीं सोचा । कुछ भी न कर पाने के पीछे घर, परिवार, माहौल या परिस्थितियों को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता । अगर हम दृढ़ संकल्पित हो तो परिस्थितियां बदली जा सकती है । युवाओं में कुछ कर गुजरने की अपार क्षमता होती है, अतः इस क्षमता का सही दिशा में उपयोग करें ।
सामंत टीम - कुछ विचार अपनी मर्जी से जो भी आप शेयर करना चाहें । अपने संघर्ष और तैयारी के तरीकों के बारें में ?
कुटेंद्र राठौड़ - तैयारी करते समय स्वयं के नोट्स बनाये, किसी कोचिंग से या ऑनलाइन माध्यम से टेस्ट सीरीज ज्वॉइन काफी लाभदायक रहता है ।
तैयारी के दौरान नकारात्मक व्यक्तियों और विचारों से दुरी बनायें रखें क्योंकि ये लोग आपकी उर्जा को आधा कर देते है । ऐसे व्यक्तियों (दोस्त, माता -पिता, रिश्तेदार या गुरूजन) से लगातार संपर्क में रहें जिनसे बात करकें आपकी निराशा स्वतः गायब हो जाती हो और जो आपको सही दिशा में प्रेरित करतें हो ।
साथ ही युवा पीढी से गुजारिश है कि परम्परा और रूढियों में फर्क समझकर स्वच्छ परम्पराओं को अपनांए व आगे बढायें । किन्तु रूढियों और कुरीतियों का त्याग करें तभी हम एक स्वस्थ समाज का निर्माण कर सकते हैं । इसके लिए पहल युवाओं को ही करनी होगी ।
तैयारी के दौरान नकारात्मक व्यक्तियों और विचारों से दुरी बनायें रखें क्योंकि ये लोग आपकी उर्जा को आधा कर देते है । ऐसे व्यक्तियों (दोस्त, माता -पिता, रिश्तेदार या गुरूजन) से लगातार संपर्क में रहें जिनसे बात करकें आपकी निराशा स्वतः गायब हो जाती हो और जो आपको सही दिशा में प्रेरित करतें हो ।
साथ ही युवा पीढी से गुजारिश है कि परम्परा और रूढियों में फर्क समझकर स्वच्छ परम्पराओं को अपनांए व आगे बढायें । किन्तु रूढियों और कुरीतियों का त्याग करें तभी हम एक स्वस्थ समाज का निर्माण कर सकते हैं । इसके लिए पहल युवाओं को ही करनी होगी ।
सामंत टीम - सामंत पेज के लिए विचार या सुझाव ?
कुटेंद्र राठौड़ - सबसे पहले सामंत टीम को धन्यवाद जिसने मुझे अपने विचार व्यक्त करने का मौका दिया । वास्तव में सामंत पेज का यह सराहनीय कदम है कि वह सफल Candidates की Story से नये युवा जो अभी संघर्ष कर रहे है या इस क्षेत्र में आने का मानस बना रहें है, को प्रेरित करने का कार्य कर रहा है ।
धन्यवाद सामंत टीम !
धन्यवाद सामंत टीम !
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