तुने सदैव युद्ध-भूमि की अग्रिम पंक्ति में रहकर
भगवान शिवजी की मुण्ड-माला के लीए चुन-चुन कर शत्रुओं के शीश भेजे हैं ।
तेरे बाहु-बल के भरोसे ही इस देश के रण-वाध्य ( नगाड़े ) बजते आये हैं ।।
साभार - हठीलो राजस्थान
लेखक - आयुवान सिंह हुडील
लेखक - आयुवान सिंह हुडील
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