तो मारु रा रंग-मेहला मे दारु रि जाजम ढलती ही।
जद बा उनाला कि लुवा मे करसे री काया जलति हि,
तो छेल-भँवर रे चौबारे चौपङ रि जाजम ढलति हि।
पण करसे रि रक्षा खातर,
पण करसे रि रक्षा खातर,
सिस तलवार पर तोलणो पङतो।
धरती तने बोलनो पङतो।
धरती तने बोलनो पङतो।
कोहिनूर (Koh-i-noor) डाँ. महेन्द्रसिंह तँवर सबसे नायाब और बेशकीमती हीरे का नाम ’कोहिनूर’ है। इस विश्व में इससे श्रेष्ठ दूसरा कोई...
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